प्रसिद्ध भोजपुरी गायिका देवी ने बागेश्वर वाले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री पर तंज कसते हुए एक फ़ेसबुक पोस्ट लिखा है। माय डायरी नोट्स – 201 “बिहार के पागलों” शीर्षक से लिखे इस लेख में उन्होंने बाबा पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने लिखा है कि “आज कल बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र की बहुत चर्चा है। वे युवा हैं। कुछ लोग उन्हें चमत्कारी भी मानते हैं। पर सच्चाई तो यह है कि इस संसार में चमत्कार नाम की कोई चीज होती ही नहीं है। सब कुछ कार्य कारण नियम से चलता है। कुछ भी अकारण नहीं है। कभी कभी हम किसी घटना का सही कारण नहीं जान पाते और उसे चमत्कार मान लेते हैं।
एक बढियां जादूगर भी जब अपना जादू दिखाता है तो हमें एक चमत्कार जैसा लगता है। किन्तु जब ठीक से खोजबीन होती है तो उसका असली कारण पता चल पाता है। दुनिया में चमत्कारों का कोई महत्व नहीं होता। तमाशा तो बस तमाशा है।
भोले-भाले लोग भले ही बीमार होने पर किसी चमत्कारी बाबा के पास पहुँचने की इच्छा रखते हो परन्तु बुद्धिमान लोग हमेशा हॉस्पिटल की राह पकड़ते हैं।”


उन्होंने आगे लिखा कि “मैं सोशल मीडिया पर देख रही थी कि पटना में जब बागेश्वर धाम के बाबा कथावाचन कर रहे थे तो उनके आगे-पीछे अगल-बगल में अनेक AC लगे थे ताकि बाबा को भीषण गर्मी में भी ठंडक का एहसास होता रहे। और आश्चर्य है कि बाबा मंच से सिर्फ बजरंग बली का जयकारा करते रहे किन्तु एक बार भी उन वैज्ञानिकों का जयकारा नहीं लगाया जिनके कारण उनपर ठंढक की फुहार बरस रही थी। उधर भक्त भले ही गर्मी की उमस में बेहोश हो रहे थे। अक्सर बाबा चिल्ला पड़ते थे – “बिहार के पागलों”।
अब बिहार के लोग इस सम्बोधन पर समझ नहीं पा रहे थे कि वे अपना सर पकड़ कर रोये या हँसे। बाबा का आत्मविश्वास तो देखने लायक था। कैसे एक पच्चीस छब्बीस साल का आदमी बड़े बड़े सांसदों मंत्रियों और पदाधिकारियों को बच्चो जैसा एक पैर पर खड़ा होने का खेल खेला रहा था। एक सांसद तो इसी में अपना गौरव समझ रहे थे कि उन्हें बाबा की गाड़ी का ड्राइवर बनने का महाअवसर मिला।
बाबा के “ज्ञान” की गगरी का छलकना तब देखते बना जब वे कहने लगे कि हमारा सनातन धर्म मात्र पांच हजार साल पुराना नहीं है बल्कि यह करोड़ों करोड़ वर्ष पुराना है। आज के युग में एक स्कूल का विद्यार्थी भी जानता है कि धरती पर मानव के विकास का वैज्ञानिक इतिहास क्या है। इतिहास को धत्ता बैठा दिया बाबा ने।
सनातन हिन्दू धर्म तो हमें “सत्यमेव जयते” की सीख देता है। सिर्फ इसी सूत्र से सभी चमत्कारी बाबाओं का खेल एक दिन समाप्त हो जायेगा।”