बिहार की पूर्व मंत्री गायत्री देवी का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर सीएम नितीश कुमार और स्पीकर अवध बिहारी चौधरी समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया। बता दें की गायत्री देवी लम्बे समय से बीमार चल रही थी, उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। वहीं निधन के बाद गायत्री देवी के शव को नवादा लाया जायेगा। जहां राजकीय रूप से उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। वहीं निधन के बाद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और राजनीतिज्ञों में शोक की लहर है।
अपने विधायक पति युगल किशोर यादव के निधन के बाद गोविंदपुरा क्षेत्र की कमान संभालने वाली गायत्री देवी अपने क्षेत्र में ‘देवी जी’ के नाम से मशहुर थी। अपने भाषण के दौरान क्षेत्रीय लोगों से मगही भाषा में संवाद कर वो लोगों का दिल जीत लेती थी। उनके भाषण से लोग गदगद हो जाते थे। यहां तक की उनकी स्मरणशक्ति काफी कमाल की थी। विधानसभा क्षेत्र के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को जब वो उनके नाम से बुलाती थी तो उनके कार्यकर्त्ता गदगद हो जाते थे। वहीं उनकी सादगी के भी लोग कायल थे।
अपने पति की असामयिक मृत्यु के बाद गायत्री देवी ने राजनीति की कमान संभाली। उसके बाद गोविंदपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ वो विधायक बनी। 3 बार लगातार जीत दर्ज करने के बाद उनके विजय रथ को जनता दल के के बी यादव ने रोक लगा दी। लेकिन 5 साल बाद 2000 में उन्होंने फिर से वापसी की और राष्ट्रिय जनता दल की टिकट पर चुनाव लड़कर फिर से वापसी की।