रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखकर अपनी खुदा की इबादत करते हैं। एकदूसरे के साथ मिलकर इफ्तार करते हैं और खुशियां बांटते हैं। इन दिनों बिहार में इफ्तार पार्टी का अपना एक अलग ही महत्व है। अलग-अलग राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को इफ्तार कराते हैं और भाईचारे का सन्देश देते हैं। इस दौरान बिहार की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी आरजेडी द्वारा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। एक तरफ जहां इस पार्टी मे आने के लिए लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इस पार्टी का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध भी हो रहा है।
राबड़ी देवी के आवास पर 9 अप्रैल को इफ्तार पार्टी का आयोजन होने वाला है। इसका आयोजन नितीश कुमार की इफ्तार पार्टी के बाद होगी। वहीं अब इस पार्टी का विरोध शुरू हो गया है। जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर इसका विरोध कर रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल कि इस इफ्तार पार्टी के लिए जारी की गयी आमंत्रण पत्र के अनुसार इस पार्टी का आयोजन राबड़ी देवी के सर्कुलर स्थित आवास पर किया जायेगा। वहीं इस पार्टी का आयोजन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा किया जा रहा है।
क्यों हो रहा है विरोध
बता दें की आरजेडी के इस इफ्तार पार्टी का विरोध सोशल मीडिया पर जोर शोर से हो रहा है और लोगों से वहां न जाने की अपील की जा रही है। जिसका कारण बिहार शरीफ में हुए दंगे के दौरान 125 साल पुराने मकबरे का टूट जाना बताया जा रहा है। बता दें की सोशल मीडिया पर हुई पोस्ट में कहा गया है की हम प्रत्येक साल इफ्तार पार्टी में जाते हैं। लेकिन इस बार नहीं जायेंगे, क्योंकि बिहारशरीफ में इतना बड़ा दंगा हो गया जिसमें 125 साल पुराना मकबरा राख हो गया, वहीं अन्य मस्जिद और मकबरें भी आग के हवाले कर दिए गए। मगर अभी तक कोई भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, अल्पसंख्यक आयोग का चैयरमैन या वफ्फ बोर्ड का चैयरमैन या मदरसा बोर्ड या चेयरमैन कोई भी बिहारशरीफ नहीं पहुंचा। जब ये लोग जनता के दुःख में शामिल नहीं हो सकते तो फिर हम इनकी जश्न में शामिल कैसे हो सकते हैं। वहीं इस पोस्ट में यह भी कहा गया है कि हमारा यह विरोध भले ही छोटा है लेकिन फिर भी हम इसका बॉयकॉट करते हैं।