अंततः राष्ट्रपति उम्मीदवार पर चल रहे बहस को विराम मिल गया है। एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया हैं। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है। आगामी 18 जुलाई को देश में राष्ट्रपति का चुनाव होना है।
राजनीतिक गलियारे में द्रौपदी मुर्मू के नाम पर बहस तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बना कर भाजपा आदिवासी वोट को साध रही है। हालाँकि बीजेपी इसमें सफल होते भी दिख रही है।
कौन है द्रौपदी मुर्मू?
उड़ीसा के मयूरगंज जिले के एक संथाल परिवार में जन्मी द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक जीवन शुरू होता है 1997 में। जब उन्होंने राईरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद का चुनाव जीता।
ओडिशा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में द्रौपदी मुर्मू भाजपा की टिकट पर जीत मिली और वह विधायक बनीं।
2000 और 2004 के बीच वह ओडिशा सरकार में मंत्री भी रहीं।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने 2015 में शपथ लिया था। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की 9वीं राज्यपाल और किसी भी भारतीय राज्य की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी हैं।